अमेठी छोड़ रायबरेली से राहुल गांधी ने दाखिल किया पर्चा, राजनीतिक बयानों की बाढ़ आ गई
PM Narendra Modi ने कहा है कि Rahul Gandhi हार के डर से Amethi छोड़कर Raebareli चले गए हैं. Congress की भी प्रतिक्रिया आ गई है. Priyanka Gandhi ने चुनाव नहीं लड़ने का कारण बताया है.
लंबे सस्पेंस के बाद आखिरकार कांग्रेस (Congress) ने अमेठी (Amethi) और रायबरेली (Raebareli) से अपने उम्मीदवार की घोषणा कर दी. रायबरेली से राहुल गांधी (Rahul Gandhi) चुनाव लड़ेंगे. अमेठी से गांधी परिवार के करीबी किशोरी लाल शर्मा (KL Sharma) को टिकट मिला है. इन सीटों पर कई दिनों से उम्मीदवारों के नाम पर अटकलें चल रही थीं. मगर सभी चर्चाओं पर विराम लगाते हुए राहुल गांधी ने रायबरेली से पर्चा दाखिल कर दिया. इस पर राजनेताओं की प्रतिक्रियाएं आनी शुरू हो गई हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि राहुल गांधी हार के डर से अमेठी से चुनाव नहीं रहे हैं. उन्होंने एक चुनावी रैली के दौरान कहा,
"मैंने पहले ही ये भी बता दिया था कि शहजादे वायनाड में हार के डर से अपने लिए दूसरी सीट खोज रहे हैं. अब उन्हें अमेठी से भागकर रायबरेली सीट चुननी पड़ी है. ये लोग घूम-घूम कर सबको कहते हैं- “डरो मत"! मैं भी इन्हें यही कहूंगा- डरो मत! भागो मत!"
केंद्रीय मंत्री और भाजपा सांसद गिरिराज सिंह ने कहा है कि रायबरेली में गांधी परिवार की हार होगी. उन्होंने कहा,
"गांधी परिवार जहां से हारती है वहां फिर दोबारा नहीं जाती है. जैसे अमेठी को छोड़ दिया अब. अब रायबरेली हारेंगे तो अगली बार रायबरेली छोड़ देंगे."
केन्द्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा है कि राहुल गांधी डर गए हैं. उन्होंने कहा,
Congress का क्या कहा?"राहुल गांधी कहते थे डरो मत. लेकिन अमेठी से वायनाड और फिर रायबरेली जाना हार के डर को दिखाता है. वो अपनी बहन को न्याय भी नहीं दे सके क्योंकि रॉबर्ट वाड्रा भी टिकट मांग रहे थे."
इन सीटों पर प्रियंका गांधी के नाम की भी चर्चा चली थी. चुनाव ना लड़ने पर प्रियंका गांधी की भी प्रतिक्रिया आई है. अमेठी पहुंची प्रियंका गांधी ने फुर्सतगंज एयरपोर्ट पर कहा है कि किसी को पार्टी भी तो चलानी है. प्रियंका गांधी ने अमेठी से केएल शर्मा को सही विकल्प बताया और कहा कि वे लंबे समय से अमेठी का कामकाज संभालते रहे हैं. उन्हें यहां के हर इलाके और हर गली की बेहतर जानकारी है.
कांग्रेस सांसद और पार्टी के जनरल सेक्रेटरी जयराम रमेश ने सोशल मीडिया X (ट्विटर) पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. लिखा है,
"राहुल गांधी के रायबरेली से चुनाव लड़ने की खबर पर बहुत सारे लोगों की बहुत सारी राय है. लेकिन वो राजनीति और शतरंज के मंजे हुए खिलाड़ी हैं. और सोच समझ कर दांव चलते हैं. ऐसा निर्णय पार्टी के नेतृत्व ने बहुत विचार विमर्श करके बड़ी रणनीति के तहत लिया है. इस निर्णय से BJP, उनके समर्थक और चापलूस धराशायी हो गए हैं. बेचारे स्वयंभू चाणक्य जो परंपरागत सीट की बात करते थे, उनको समझ नहीं आ रहा अब क्या करें?"
उन्होंने आगे लिखा,
“रायबरेली सिर्फ सोनिया गांधी की नहीं बल्कि खुद इंदिरा गांधी की सीट रही है. ये विरासत नहीं जिम्मेदारी है, कर्तव्य है. रही बात गांधी परिवार के गढ़ की, तो अमेठी-रायबरेली ही नहीं, उत्तर से दक्षिण तक पूरा देश गांधी परिवार का गढ़ है. राहुल गांधी तो तीन बार उत्तर प्रदेश से और एक बार केरल से सांसद बन गये. लेकिन मोदी विंध्याचल से नीचे जाकर चुनाव लड़ने की हिम्मत क्यों नहीं जुटा पाये?”
रायबरेली और अमेठी सीट पर 5वें चरण में 20 मई को वोटिंग होनी है.
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