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"कोई भी कत्था, चूना, पान, सुपारी अवॉर्ड मनोज मुंतशिर नहीं लेगा"

Manoj Muntashir Shukla ने बताया कि उन्हें रैप से क्या दिक्कत है और वो कोई भी ऐसा अवॉर्ड क्यों नहीं लेंगे, जो सरकार न दे रही हो.

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मनोज मुंतशिर फिल्म फेयर अवॉर्ड न मिलने पर बहुत नाराज़ हुए थे
16 नवंबर 2023
Updated: 16 नवंबर 2023 17:22 IST
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Manoj Muntashir Shukla कोई फिल्मी अवॉर्ड नहीं लेंगे, जब तक कि वो सरकार न दे रही हो. वो सिर्फ नेशनल अवॉर्ड ही स्वीकार करेंगे. ऐसा वो पहले कह चुके हैं. लल्लनटॉप के न्यूजरूम में भी उन्होंने यही बात दोहराई और इसके पीछे का कारण भी बताया. उन्होंने रैप को एक विधा के तौर पर खारिज करने वाले आरोप पर भी जवाब दिया.

पहले पूरा मामला बता देते हैं. फिर मनोज मुंतशिर का पहलू भी बताएंगे. गुवाहाटी में हुए 65वें फिल्मफेयर अवॉर्ड्स में 'गली बॉय के गाने 'अपना टाइम आएगा' को फिल्मफेयर मिला. इस अवॉर्ड की दौड़ में मनोज मुंतशिर का लिखा गाना 'तेरी मिट्टी...' भी शामिल था. अपने गाने को पुरस्कार नहीं मिलने के कारण मनोज ने सोशल मीडिया पर पोस्ट लिखकर कहा कि अपनी अंतिम सांस तक अब वो हर अवॉर्ड शो का बहिष्कार करेंगे. उन्होंने कहा था, 

"जीवन में कभी भी 'तेरी मिट्टी से बेहतर गाना नहीं लिख पाऊंगा. अगर इसके बाद भी मैं आपके अवॉर्ड्स की केयर करता रहा, तो ये मेरे आर्ट का अपमान होगा."

हालांकि मनोज की ये बात कि वो 'तेरी मिट्टी...' से बेहतर गाना नहीं लिख पाएंगे, इस पर न्यूजरूम को आपत्ति थी. मनोज ने भी अपनी गलती मानी कि ऐसा उन्होंने आवेश में आकर कह दिया था. ये बात वाकई खुद को ही डिमीन करने जैसी है. उन्होंने अवॉर्ड न लेने की बात दोहराते हुए कहा:

मैं अब अवॉर्ड लूंगा ही नहीं. हो गई कहानी खत्म. मैं लल्लनटॉप पर ये बात कह रहा हूं, कोई अवॉर्ड जो सरकार नहीं दे रही होगी मैं नहीं लूंगा. कोई भी कत्था, चूना, पान, सुपारी अवॉर्ड मनोज मुंतशिर नहीं लेगा.

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उनसे ये सवाल भी पूछा गया कि रैप को अगर अवॉर्ड मिल जाए, तो उसमें दिक्कत क्या है. मनोज रैप को विधा के रूप में खारिज क्यों करते हैं? मनोज को इस लाइन से भी दिक्कत है, 'तू नंगा ही तो आया था, क्या घंटा लेकर जाएगा'. मनोज जवाब में कहते हैं:

रैप के बारे में जो मैं कहता हूं, वो मेरा व्यक्तिगत नजरिया है. मुझे रैप सुनना पसंद नहीं है. इसका मतलब ये नहीं है कि रैप कोई खराब चीज़ है. मुझसे कोई अगर रैप लिखवाएगा, तो मैं इतना सुंदर लिखूंगा कि पैमाना सेट हो जाएगा. जावेद अख्तर, गुलज़ार, अमिताभ भट्टाचार्य जैसों से कोई रैप ही नहीं लिखवाता. आप जावेद अख्तर से लिखवाइए रैप, वो ऐसा लिखकर देंगे आपके रोंगटे खड़े हो जाएंगे. रैप बनाने वाले ही रैप को सीरियसली नहीं लेते.  

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