The Lallantop
Advertisement

'चुनाव कवर नहीं करने दिया, कहा देश छोड़ो... ' ऑस्ट्रेलियाई पत्रकार का बड़ा आरोप, सरकार का जवाब आया

ऑस्ट्रेलियाई पत्रकार (Australian Journalist) Avani Dias ने दावा किया कि उन्हें भारत छोड़ने के लिए मजबूर किया गया. अब भारत सरकार की तरफ से इस पर जवाब आया है, क्या बताया गया?

Advertisement
australian journalist avani dias claims on indian polls
अवनी डायस ABC न्यूज की दक्षिण एशिया संवाददाता हैं. (फ़ोटो - Avani Dias/Instagram)
font-size
Small
Medium
Large
24 अप्रैल 2024 (Updated: 24 अप्रैल 2024, 14:58 IST)
Updated: 24 अप्रैल 2024 14:58 IST
font-size
Small
Medium
Large
whatsapp share

ऑस्ट्रेलियाई पत्रकार अवनी डायस (Australia Journalist Avani Dias) ने बीते दिनों ये दावा किया कि उन्हें भारत में लोकसभा चुनाव कवर नहीं करने दिया गया. ये भी कहा कि उन्हें भारत छोड़ने के लिए मज़बूर किया गया. अब सरकार से जुड़े सूत्रों ने अवनी के इस दावे को ग़लत और भ्रामक बताया है. अवनी डायस ऑस्ट्रेलियन ब्रॉडकास्टिंग कॉर्पोरेशन (ABC) की दक्षिण एशियाई संवाददाता हैं. उन्होंने 20 अप्रैल को भारत (India) छोड़ दिया था. उन्होंने आरोप लगाया था कि भारत सरकार ने उनके नियमित वीज़ा (Routine Visa) की अवधि बढ़ाने से मना कर दिया था. उनके मुताबिक सरकार का कहना था कि उनकी एक रिपोर्ट ने 'लाइन क्रॉस' कर दी है.

23 अप्रैल को एक्स पर किए गए पोस्ट में अवनी ने लिखा,

"पिछले हफ़्ते मुझे अचानक भारत छोड़ना पड़ा. मेरी फ़्लाइट के 24 घंटे से भी कम समय पहले ऑस्ट्रेलियाई सरकार के हस्तक्षेप के बाद मुझे केवल दो महीने वीज़ा का विस्तार मिला."

उन्होंने ये भी कहा,

"हमें ये भी बताया गया कि भारतीय मंत्रालय के निर्देश के कारण मुझे चुनाव कवर करने की मान्यता नहीं दी जाएगी. हमें राष्ट्रीय चुनाव में वोटिंग के पहले दिन वो देश छोड़ना पड़ा, जिसे पीएम मोदी 'लोकतंत्र की जननी' कहते हैं."

उधर, भारत सरकार के सूत्रों ने कहा कि अवनी डायस को अपनी व्यावसायिक गतिविधियां करते समय वीज़ा नियमों का उल्लंघन करते पाया गया था. इसके बावजूद उनकी मांग पर उन्हें आश्वासन दिया गया कि आम चुनाव कवरेज करने के लिए उनका वीज़ा बढ़ाया जाएगा. इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक़, उनका पिछला वीज़ा 20 अप्रैल तक वैध था और उन्होंने वीज़ा फ़ीस 18 अप्रैल को जमा की थी. सूत्रों ने बताया कि उनका वीज़ा उसी दिन जून के आख़िर तक के लिए बढ़ा दिया गया था. उनके भारत से जाने के समय उनके पास वैध वीज़ा था. उनके वीज़ा विस्तार को मंजूरी मिल गई थी.

सूत्रों का कहना है कि सभी वीज़ा धारक पत्रकारों को बूथ के बाहर चुनावी गतिविधियों की कवरेज की मंजूरी है. सिर्फ़ मतदान केंद्रों और मतगणना केंद्रों तक पहुंच के लिए ऑथोरिटी लेटर की ज़रूरत होती है. हालांकि, वीज़ा विस्तार की प्रक्रिया के दौरान इस पर कार्रवाई नहीं की जा सकती. सूत्र ने बताया कि ये ध्यान रहे कि ABC के दूसरे संवाददाताओं मेघना बाली और सोम पाटीदार को पहले ही उनके लेटर दिए जा चुके हैं.

ये भी पढ़ें- रिजल्ट के पहले ही विदेशी मीडिया ने PM मोदी को जिता दिया!

पिछले तीन महीनों में भारत छोड़ने वाली अवनी डायस दूसरी विदेशी पत्रकार हैं. फरवरी में फ्रांसीसी पत्रकार वैनेसा डौग्नैक पर 'दुर्भावनापूर्ण' रिपोर्टिंग का आरोप लगाया गया था. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक़, गृह मंत्रालय ने उनसे ये बताने के लिए कहा था कि उनकी प्रवासी भारतीय नागरिकता (OCI) का दर्जा क्यों रद्द नहीं किया जाना चाहिए. उस वक़्त उन्होंने ये कहते हुए भारत छोड़ दिया था कि उन्हें 'भारत सरकार द्वारा छोड़ने के लिए मज़बूर किया जा रहा है.'

वीडियो: बीबीसी न्यूज़ पर सरकार की कार्रवाई रिपोर्ट करने आए विदेशी पत्रकार इसे किसकी नज़र से देख रहे हैं.

thumbnail

Advertisement

Advertisement