The Lallantop
Advertisement

महाविकास अघाड़ी में तनातनी, उद्धव ठाकरे के कैंडिडेट को संजय निरुपम ने 'खिचड़ी चोर' कह दिया

कहा जा रहा था कि महाविकास अघाड़ी में तालमेल पहले से ही साफ नहीं दिख रहा था, लेकिन अब तनातनी जरूर साफ दिख रही है. संजय निरुपम की इस टिप्पणी को सांसद गजानन कीर्तिकर के बेटे अमोल कीर्तीकर को ED द्वारा तलब किए जाने से जोड़कर देखा जा रहा है.

Advertisement
Congress leader calls Uddhav candidate khichdi chor row over seats continues
शिवसेना ने कहा है कि वो राज्य की 48 सीटों में से 22 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. (फोटो- ट्विटर)
27 मार्च 2024
Updated: 27 मार्च 2024 16:51 IST
font-size
Small
Medium
Large
whatsapp share

महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी में लोकसभा चुनाव की सीट शेयरिंग को लेकर पेंच फंसा हुआ है. उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना (UBT) ने अपने 17 प्रत्याशियों के नाम ऐलान कर दिए हैं. वहीं प्रकाश आंबेडकर की पार्टी ने 9 सीटों पर अपने उम्मीदवार फाइनल कर लिए हैं. लेकिन कांग्रेस के अंदर सब कुछ ठीक नहीं दिख रहा है. मुंबई प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष संजय निरुपम ने मुंबई नॉर्थ वेस्ट सीट से अमोल कीर्तिकर को टिकट दिए जाने का कड़ा विरोध किया है. संजय निरुपम ने उद्धव ठाकरे की पार्टी के कैंडिडेट के लिए कहा कि वो ऐसे ‘खिचड़ी चोर’ की उम्मीदवारी का समर्थन नहीं करेंगे, जिन्होंने कोविड के समय में ‘भ्रष्टाचार’ किया था (Sanjay Nirupam on Shiv Sena UBT's candidate).

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष संजय निरुपम ने उद्धव सेना गुट पर हमला करते हुए कहा,

“शिवसेना ने एक खिचड़ी चोर को टिकट दिया है. हम खिचड़ी चोर उम्मीदवारों के लिए काम नहीं करेंगे.”

निरुपम की इस टिप्पणी को सांसद गजानन कीर्तिकर के बेटे अमोल कीर्तिकर को ED द्वारा तलब किए जाने से जोड़कर देखा जा रहा है. जांच एजेंसी ने कोविड-19 के दौरान प्रवासियों को खिचड़ी वितरण में कथित अनियमितताओं के संबंध में अमोल को तलब किया था.

टिकट वितरण को लेकर कांग्रेस और शिवसेना (UBT) में तल्खियां उस वक्त और बढ़ीं जब सेना (UBT) ने मुंबई दक्षिण-मध्य और सांगली में उम्मीदवारों की घोषणा कर दी. जबकि उन सीटों को लेकर गठबंधन में चर्चा चल रही थी. कांग्रेस नेतृत्व से हस्तक्षेप की मांग करते हुए निरुपम ने शिवसेना पर मुंबई में पार्टी को ‘दफन’ करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा,

“मुंबई की छह लोकसभा सीटों में से शिवसेना (UBT) पांच सीटों पर चुनाव लड़ेगी और एक सीट कांग्रेस के लिए दान की तरह छोड़ी गई है. इस फैसले का उद्देश्य मुंबई में कांग्रेस को दफन करना है.”

उधर NCP की संसदीय दल की बैठक में शरद पवार ने कहा कि MVA के अन्य सहयोगी दलों ने गठबंधन धर्म का पालन नहीं किया. इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार बैठक में पवार ने कहा,

"MVA को संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में एक साथ सीटों की घोषणा करनी चाहिए थी. MVA के सभी नेताओं को एक साथ आना चाहिए था और संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस करनी चाहिए थी. जब सीट बंटवारे पर चर्चा अभी भी चल रही थी, तो MVA द्वारा अलग-अलग सीटें क्यों घोषित की गईं."

इससे पहले शिवसेना (UBT) ने महाराष्ट्र में 17 उम्मीदवारों की अपनी पहली सूची जारी की. पार्टी ने कहा कि वो राज्य की 48 सीटों में से 22 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. पार्टी ने मुंबई उत्तर-पूर्व से राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के पूर्व विधायक संजय पाटिल को मैदान में उतारा है. पूर्व केंद्रीय मंत्री अनंत गीते और अरविंद सावंत को क्रमशः रायगढ़ और दक्षिण मुंबई निर्वाचन क्षेत्रों से नामांकित किया गया है. पार्टी ने सभी पांच मौजूदा लोकसभा सांसदों को भी फिर से नामांकित किया है. राज्यसभा सांसद अनिल देसाई को मुंबई दक्षिण-मध्य सीट से मैदान में उतारा गया है.

वीडियो: क्या एकनाथ शिंदे वापस उद्धव ठाकरे के साथ आएंगे?

thumbnail

Advertisement

election-iconचुनाव यात्रा
और देखे

Advertisement

Advertisement

Advertisement