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'जूते की नोंक पर नौकरी' रखने वाले डॉक्टर साहब सस्पेंड, VIDEO फिर से देख लीजिए!

Burhanpur District Hospital के डॉक्टर को सस्पेंड कर दिया गया है. कुछ दिन पहले उनपर पुलिस वालों के साथ अभद्र व्यवहार करने और ड्यूटी पर अपना काम सही से न करने के आरोप लगे थे.

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Burhanpur district hospital viral video
बुरहानपुर जिला अस्पताल के डॉक्टर सस्पेंड. (फोटो: आजतक)
20 अप्रैल 2024 (Updated: 20 अप्रैल 2024, 18:52 IST)
Updated: 20 अप्रैल 2024 18:52 IST
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मध्यप्रदेश के बुरहानपुर (Burhanpur ,Madhya Pradesh) में 'नौकरी को जूते की नोक' पर रखने वाले ‘डॉक्टर साहब’ को सस्पेंड कर दिया गया है. सीनियर ज्वाइंट डायरेक्टर की तरफ से ये कार्रवाई की गई. 12 अप्रैल को शाहपुर थाने के पुलिस कॉन्स्टेबल (Madhya Pradesh Police) बुरहानपुर अस्पताल पहुंचे थे. वो मेडिको लीगल सर्टिफिकेट (Medico Legal Certificate) बनवाने के लिए आए थे. आरोप है कि इस दौरान ड्यूटी पर मौजूद डॉक्टर पर पुलिस वाले के साथ बदसलूकी करने लगे. दोनों के बीच बातचीत का वीडियो भी काफी वायरल हुआ था. 

आजतक की रिपोर्ट के मुताबिक बुरहानपुर जिला अस्पताल के डॉक्टर रघुवीर सिंह को सस्पेंड कर दिया गया है. भोपाल के सीनियर ज्वाइंट डायरेक्टर की तरफ से ये आदेश जारी किया गया. जारी किए गए आदेश में बताया गया,

'डॉ. रघुवीर सिंह ने अपने पदीय कर्तव्यों के प्रति लापरवाही बरती है.  ड्यूटी के दौरान उन्होंने पुलिस कांस्टेबल के साथ अभद्रता की और थाना प्रभारी के संबंध में गलत टिप्पणी भी की. इसी के चलते डॉक्टर को मध्य प्रदेश सिविल सेवा नियमों के तहत तुरंत सस्पेंड किया जाता है. नियमों के मुताबिक डॉक्टर को निलंबन के दौरान जीवन निर्वाह भत्ता मिलता रहेगा.'

ये भी पढ़ें: PPE किट की कमी का विरोध करने पर सस्पेंड चल रहे डॉक्टर को पुलिस ने क्यों पीटा?  

क्या था मामला?

बुरहानपुर के शाहपुर थाना इलाके में एक विवाद हुआ था. इसे लेकर रहमान और लतीफ नाम के दो युवक थाने में शिकायत लेकर पहुंचे थे. दोनों घायल अवस्था में थे. पुलिस कॉन्स्टेबल दीपक प्रधान दोनों को मेडिको लीगल सर्टिफिकेट बनवाने जिला अस्पताल लेकर गए. यहां डॉक्टर रघुवीर सिंह ड्यूटी पर मौजूद थे. इसी दौरान पुलिस कॉन्स्टेबल और डॉक्टर के बीच बहस हो गई. 

कॉन्स्टेबल ने अपनी शिकायत में कहा था कि डॉक्टर ने शाहपुर थाने के मेडिको लीगल सर्टिफिकेट बनाने के लिए मना कर दिया था. और उन्हें शाहपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जाने की बात कही थी. इस पर पुलिस ने उनसे शाहपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टर न होने की बात कही. जिसके बाद दोनों के बीच बहस हुई. और बहस के दौरान डॉक्टर ने पुलिस कॉन्सटेबल से कहा था कि वो नौकरी को जूते की नोक पर रखते हैं. और शौक के लिए नौकरी करते हैं. अब उसे सस्पेंड कर दिया गया है.

वीडियो: UPSC क्लियर करने के बाद क्या होता है?

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