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मेदांता ग्रुप के चेयरमैन डॉक्टर नरेश त्रेहान हुए डीपफेक वीडियो के शिकार

Artificial intelligence की मदद से Deepfake वीडियो बनाकर कांड करने का मामला आया है गुरुग्राम से. सोशल मीडिया पर नजर आ रहे वीडियो में मेदांता अस्पताल के चेयरमैन डॉ नरेश त्रेहान टीवी शो में मोटापा घटाने की दवाई (anti-obesity medicine) की सिफारिश करते दिख रहे हैं.

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Deep fake video shows Dr Trehan endorsing anti-obesity medicine
डीपफेक वीडियो के नए शिकार डॉ नरेश त्रेहान
21 मार्च 2024 (Updated: 21 मार्च 2024, 09:02 IST)
Updated: 21 मार्च 2024 09:02 IST
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रश्मिका मंदन्ना, Tom Holland, Nicki Minaj, Tom Hanks, Mr. Beast और अब Dr Naresh Trehan. मुझे यकीन है कि आपने अंदाजा लगा ही लिया होगा कि आगे क्या बात होने वाली है. आपका अंदाजा एकदम सही है क्योंकि deepfake वीडियो और उसके गलत इस्तेमाल के नए शिकार Medanta के चेयरमैन डॉ नरेश त्रेहान (Dr Naresh Trehan deepfake video) हुए हैं. हालांकि इसके आगे आप खबर नहीं पढ़ते तो भी कोई बात नहीं मगर लिस्ट में अगला नाम आपका या आपके अपनों का भी हो सकता है क्योंकि अपराधी किसी के सगे नहीं. इसलिए पूरा मामला जान लीजिए.

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से डीपफेक वीडियो बनाकर कांड करने का मामला आया है गुरुग्राम से. सोशल मीडिया पर नजर आ रहे वीडियो में मेदांता अस्पताल के चेयरमैन डॉ नरेश त्रेहान टीवी शो में मोटापा घटाने की दवाई (anti-obesity medicine) की सिफारिश करते दिख रहे हैं. गुरुग्राम की साइबर क्राइम यूनिट ने अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला भी दर्ज कर लिया है.

 अस्पताल के वॉयस प्रेसिडेंट (मार्केटिंग) के मुताबिक,

डीपफेक वीडियो में हमारे सीएमडी (अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक) डॉ. नरेश त्रेहान हैं, जिन्हें इस विशेष किस्म की दवा का समर्थन करते देखा जा सकता है. डॉ. नरेश त्रेहन देश के सबसे भरोसेमंद चिकित्सकों में से एक हैं और यह वीडियो डॉ. त्रेहन और मेदांता हॉस्पिटल की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाता है.

अस्पताल की शिकायत पर IPC की धारा 419 (cheating by impersonation) और धारा 420 (धोखाधड़ी) में FIR दर्ज की गई है.

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यहां से आगे अब साइबर क्राइम पुलिस मामला देखेगी मगर आपको ये देखना है कि सोशल मीडिया पर आपका वीडियो कौन देख रहा है. आप कह सकते हैं कि ये कैसे पता चलेगा क्योंकि वहां तो सब खुला खेल फर्रुख़ाबादी है. कोई भी किसी का वीडियो देख सकता है. ठीक बात है मगर इसका मतलब ये कतई नहीं की आप कुछ भी पोस्ट करें. ये कड़वा लगेगा मगर सच है. डीपफेक तकनीक की मदद से जब सिर्फ एक कमांड देकर मनमाफिक वीडियो बनाया जा सकता है तो बने हुए वीडियो के साथ क्या-कुछ नहीं हो सकता. इसलिए सोशल मीडिया पर पोस्ट करते समय बेहद सावधानी रखें. अपराधियों को सिर्फ आपका वीडियो उठाना है और बस खेल खत्म.

ये भी पढ़ें: AI से बना दिया महिला का नकली वीडियो, पुरुषों के प्राइवेट पार्ट से जुड़ीं गोलियां बेच डालीं!

शायद जब तक आपको पता चलेगा तब तक काफी डैमेज हो चुका होगा. उदाहरण के लिए ठीक ऐसा ही कुछ हुआ अमेरिकी महिला Michel Janse के साथ. उनके सोशल मीडिया वीडियो का इस्तेमाल इरेक्टाइल डिसफंक्शन (erectile dysfunction pills TikTok video) की गोलियां बेचने के लिए किया गया.

इसलिए सावधानी रखें. यही एकमात्र विकल्प है फिलहाल के लिए. 

वीडियो: मास्टर क्लास: ChatGPT-4 तो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में बवाल मचा देगा, तस्वीर देख सब कर देगा!

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